जिलाधिकारी श्रीमती माला श्रीवास्तव ने कहा कि जनपद की नहरों में सिल्ट सफाई का कार्य जिस स्थान अथवा क्षेत्र में कराया जाये, उस क्षेत्र के स्थानीय निवासियों को इस कार्य की पूर्व सूचना अवश्य की जाये। उन्होंने कहा कि सिंचाई से लाभान्वित होने वाले कृषकों से संवाद भी बनाए रखा जाए ताकि सिंचाई में यदि कोई समस्या आ रही हो तो उसका तत्काल निस्तारण किया जा सके।
जिलाधिकारी श्रीमती माला श्रीवास्तव ने बचत भवन सभागार में विकास कार्यो की प्रगति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। बैठक में उन्होंने कहा कि जन कल्याणकारी योजनाओं एवं विकास कार्यो के लाभार्थियों से सम्बन्धित अधिकारी निरन्तर संवाद बनाए रखें। उन्होंने कहा कि प्रायः संवादहीनता के कारण ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं के निदान में अनावश्यक विलंब हो जाता है। उन्होंने कहा कि पीएमजेएसवाई के अन्तर्गत सड़कों के निर्माण आदि कार्यो की गुणवत्ता में अपेक्षाकृत सुधार हुआ है। इसी प्रकार आगे भी कार्य सुनिश्चित की जाना चाहिए। उन्होंने निर्धारित समय सीमा के अन्दर सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के कार्य को पूर्ण करने के निर्देश देने के साथ ही कहा कि कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखा जाए।
जिलाधिकारी ने जनपद में कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए प्रत्येक ब्लाक में शिविर लगाकर निर्धारित मानक के अनुसार बच्चों की जांच की जाए। साथ ही दवाओं की किट भी वितरित की जाए जिसमें नियमानुसार पेट के कीड़ों की दवा आयरन की गोली आदि भी उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि ब्लाकवार किये जाने वाले इस कार्यक्रमों में हेल्दी बेबी शो जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किये जा सकते हैं। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि इसका पूरा प्लान तैयार कर उन्हें शीघ्र प्रस्तुत किया जाए। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाने की प्रक्रिया में जिन कर्मचारियों ने अच्छा कार्य किया है उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाए और गोल्डन कार्ड बनाने की वर्तमान गति में किसी प्रकार की ढील नहीं होने दी जाए। जिलाधिकारी ने जनपद में गो संरक्षण के कार्यो की समीक्षा करते हुए कितनी ऊसर बंजर भूमि गौ आश्रय स्थलों के लिए चिन्हित की गई है उसकी सूची प्रस्तुत की जाए। साथ ही चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जनपद में की गई बुवाई आदि कार्यो का विवरण भी प्रस्तुत करें। उन्होंने ठंड व शीतलहर को दृष्टिगत रखते हुए संबंधित अधिकारियों से कहा कि गौशालाओं में रखे गये गोवंशों के लिए अलाव व तिरपाल आदि कार्यों पर विशेष ध्यान देते हुए गौशालाओं को ठंड व शीतलहर से बचाव के लिए गो आश्रय स्थल व गौशालाओं को ढक कर रखा जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि 50 लाख से ऊपर वाले निर्माण कार्यो की प्रगति की समीक्षा करते हुए कार्यदायी संस्थाओं से कहा कि जो ठेकेदार मानक अनुसार निर्धारित समय पर कार्य पूर्ण नहीं कर रहें हैं उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही कर पेनाल्टी आदि लगाये।
