विजय रसतोगी भाई: समरस जीवन, समर्थ हिंदू समाज का आधार // युद्धवीर
अनुशासन और एकरूपता पथ संचलन में बनी आकर्षण का केंद्र।
रायबरेली 2 अप्रैल को प्रतिवर्ष की तरह, नव संवत्सर के अवसर पर विशाल पथ संचलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री राजेंद्र जी, संस्थापक निदेशक सत्यमित्रानंद डिग्री कॉलेज ने की, कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्रीमान युद्धवीर जी रहे, आप पूर्व में उत्तराखंड के प्रांत प्रचारक तथा वर्तमान में पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के सह क्षेत्र सेवा प्रमुख रहे। कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने रायबरेली के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालते हुए, स्वाधीनता संग्राम में शहीद हुए लोगो को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। राजा डल के इतिहास का स्मरण किया। संघ के प्रथम सरसंघचालक की जयंती भी वर्ष प्रतिपदा के दिन ही है,उनके जीवन वैशिष्ट्य पर प्रकाश डालते हुए संघ की शाखा आने पर विशेष बल दिया । सामाजिक समरसता समाज की विशेष आवश्यकता है,भगत सिंह के समरस जीवन का उदाहरण दिया। संचलन में जिले के 84 न्याय पंचायतो से आए 4326 स्वयं सेवकों ने प्रतिभाग किया। संचलन में संघ का घोष वादन ने संपूर्ण जनमानस का मन मोह लिया। चार पंक्तियों में स्वयंसेवक पूर्ण अनुशाशित संचलन देखकर नगरवासी देश भक्ति से उत्साहित दिखे। पथ संचलन जीआईसी मैदान से निकल कर बस अड्डा खोया मंडी घंटाघर सुपर मार्केट डिग्री कॉलेज चौराहा होते कैनाल रोड होते हुए पुनः जीआईसी मैदान में समाप्त हुआ। इस अवसर पर जेडी द्वेदी जी जिला संघचालक, श्री राहुल जी विभाग प्रचारक अमरजीत जी जिला प्रचारक,गयाप्रसाद जी विभाग सेवा प्रमुख, अमित जी जिला कार्यवाह, संजय जी सह प्रांत कार्यवाह, राहुल सिंह जिला प्रचार प्रमुख,तौर पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त नगर कार्यकारणी व जिला कार्यकारणी का विशेष योगदान रहा ।
