रायबरेली। नगर पालिका परिषद में बोर्ड बैठक के दौरान जो हंगामा शुरू हुआ था वह अब सार्वजनिक तौर पर आम जनता के बीच पहुंच चुका है। मंगलवार को इस पूरे मामले को लेकर बड़ी संख्या में सभासदों ने डीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और एक मांग पत्र देकर अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।
सभासदों ने डीएम को दिए गए ज्ञापन में बताया है कि अध्यक्ष अपनी शक्तियों से कहीं ज्यादा पावर का इस्तेमाल कर रहे हैं। नियम के अनुसार अध्यक्ष को एक बैठक से दूसरी बैठक के बीच सिर्फ ₹100000 खर्च करने का पावर है। लेकिन रायबरेली नगर पालिका के अध्यक्ष मनमानी तरीके से 40 लख रुपए का वित्तीय अधिकार बनाकर लगातार सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने नगर पालिका में कई गाड़ियां नियम विरुद्ध तरीके से खरीदी और साफ सफाई के लिए डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के नाम पर कार्यदाई संस्था को फर्जी तरीके से भुगतान किया जा रहा। नगर पालिका संचालन के लिए जो विभिन्न समितियां बनाई गई थी उसे भी बिना कारण बताएं अध्यक्ष ने भंग कर दिया और बिना बोर्ड सहमति के लगातार नगर पालिका अध्यक्ष करोड़ों का बजट खर्च कर रहे हैं। सभासदों ने इस पूरे मामले में जिलाधिकारी से जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। इस अवसर पर मुख्य रूप से सभासद बृजेश कुमार, दीनदयाल निर्मल, पुष्पा यादव, शैलेन्द्र, परमजीत सिंह, सतीश कुमार मिश्रा, सुशील कुमार, आशा सिंह, नूरजहां, मोहित सिंह, रूबी बानो, शबिस्ता बृजेश,कुसुमा, रीता देवी, सुनीता पाल, हसीना बानो, मोहम्मद हुसैन, संजय श्रीवास्तव, जमुना देवी, गुड़िया, कमरुद्दीन, रामखेलावन बारी आदि शामिल थे।
